इस पोस्ट में झारखण्ड बोर्ड कक्षा 10 के सामाजिक विज्ञान अर्थशास्त्र के पाठ एक ‘विकास (Vikas class 10 Economics)’ के Book solutions को पढ़ेंगे।
इकाई चार : आर्थिक विकास की समझ
पाठ- 1
विकास
1. सामान्यतः किसी देश की विकास किस आधार पर निर्धारित किया जा सकता है।
उत्तर- प्रतिव्यक्ति आय।
2.निम्नलिखित पड़ोसी देशों में से मानव विकास के लिहाज से किस देश की स्थिति भारत से बेहतर है?
उत्तर- श्रीलंका।
3. मान लिजिए कि देश में चार परिवार हैं। इन परिवारों की प्रतिव्यक्ति आय 5,000 रू. है। अगर तीन परिवारों की आय क्रमशः 4,000,7,000 और 3,000 रूपये हैं, तो चौथे परिवार की आय क्या है?
उत्तर- 6,000 रू.
4. विश्व बैंक विभ्न्नि वर्गो का वर्गीकरण करने के लिये किस प्रमुख मापदण्ड का प्रयोग करता है ? इस मापदण्ड की अगर कोई हैं, तो सीमाएँ क्या हैं ?
उत्तर- विश्व बैंक विभिन्न वर्गो का वर्गीकरण करने के लिए प्रतिव्यक्ति आय मापदंड का प्रयोग करता है। विश्व विकास की रिपोर्ट 2006 के अनुसार जिन देशों की प्रतिव्यक्ति आय 10,066 डॉलर या इससे अधिक है, वे अमीर देश हैं। इसके अतिरिक्त जिन देशो में प्रतिव्यक्ति आय 825 डॉलर या इससे कम है, वे गरीब देश हैं। इस मापदंड की सबसे बड़ी सीमा यह है कि यह हमें देश में लोगों के बीच आय के सही वितरण को नहीं बताता है।
5. विकास मापने का यू.एन.डी.पी. का मापदण्ड किन पहलुओं में विश्व बैंक के मापदण्ड से अलग हैं ?
उत्तर- यू़.एन.डी.पी. का मापदंड देशो की तुलना लोगों के शैक्षिक स्तर, उनके स्वास्थ्य स्तर एवं उनकी प्रतिव्यवित आय से करता है जब कि विश्व बैंक का मापदंड देशों की तुलना प्रतिव्यक्ति आय के आधार पर करता है।
6. हम औसत का प्रयोग क्यों करते है ? इनके प्रयोग करने की क्या कोई सीमाएँ हैं? विकास से जुड़े अपने उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर- दो देशों के बीच तुलना करने के लिए कुल आय एक उपयुक्त मापक नहीं है क्यों कि विभिन्न देशों में जनसंख्या भिन्न-भ्न्नि होती है इसलिए औसत का उपयोग किया जाता है। इसके उपयोग की सीमा यह है कि यह हमें लोगों के बीच आय के विभाजन को सही रूप से नहीं दर्शाता है। उदाहरण स्वरूप मान लीजिए कि एक देश में पाँच लोग रहते है। उनमें से चार लोगों की आय बहुत कम है जब कि पाँचवें व्यक्ति की आय औसत आय से बहुत अधिक हैं।
इससे यह प्रदर्शित होता है कि देश में पाँचों लोगों के बीच आय का असमान वितरण है। अन्य शब्दों में कह सकते हैं कि एक व्यक्ति अमीर तथा अन्य चार व्यक्ति गरीब है।
7. प्रतिव्यक्ति आय कम होने पर भी केरल का मानव विकास क्रमांक हरियाणा से ऊँचा है। इसलिए प्रतिव्यक्ति आय एक उपयोगी मापदण्ड बिल्कुल नहीं है और राज्यों की तुलना के लिए इसका उपयोग नहीं करना चाहिए। क्या आप सहमत हैं ? चर्चा कीजिए ।
उत्तर- यह सच है कि प्रतिव्यक्ति आय मापक उपयुक्त मानव विकास नहीं दर्शाता है। आपके पास उपलब्ध मुद्रा से आप वह सभी वस्तुएँ तथा सेवाएँ नहीं खरीद सकते है जिससे आप अच्छी तरह जीवन व्यतीत कर सकें। उदाहरण स्वरूप आपके पास उपलब्ध मुद्रा से आप प्रदूषण रहित वातावरण नहीं खरीद सकते हैं। इसलिए केरल की प्रतिव्यक्ति आय कम होने पर भी उसका मानव विकास हरियणा से अच्छा है। क्योंकि केरल के पास पंजाब की तुलना में अन्य सुविधाएँ भी हैं।
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8. भारत के लोगों द्वारा ऊर्जा के किन स्त्रोतों का प्रयोग किया जाता है? ज्ञान कीजिए । अब से 50 वर्ष पश्चात क्या संभावनाएँ हो सकती हैं ?
उत्तर- भारत के लोगों द्वारा ऊर्जा के निम्नलिखित स्त्रोत प्रयोग किए जाते है।
(1) वाणिज्यकः- कोयला, पेट्रोल, बिजली।
(2) गैर-वाणिज्यकः- लकड़ी, गोबर, रछी, घास आदि ।
अब से 50 वर्षो बाद की संभावनाएँ निम्नलिखित हैः-
(1) सूर्य- ऊर्जा ।
(2) बिजली- हाइड्रो, थर्मल, न्यूक्लियर ।
(3) सूर्य- ऊर्जा ।
(4) वायु- ऊर्जा ।
(5) ऑटोमिक ऊर्जा का विकास ।
(6) बायो ऊर्जा- बायो गैस ,बायो मास।
(7) सुधारक चूले।
(8) शहरी रछी का उपयोग ।
(9) वैकल्पिक ईधर के लिए कार्यक्रम ।
9. धरणीयता का विषय विकास के लिए क्यों महत्वपूर्ण हैं ?
उत्तर- धरणीयता का विषय देश की भविष्य उन्नति के लिए आवश्यक हैं।
10. धरती के पास सब लोगों की आवश्कताओं को पूरा करने के लिये पर्याप्त संसाधन हैं, लेकिन एक भी व्यक्ति के लालच को पूरा करने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं। यह कथन विकास की चर्चा मे कैसे प्रासंगिक है? चर्चा कीजिए ।
उत्तर- उपरोक्त कथन का अर्थ यह है कि हमारे पास अपनी आवश्यकताओं को संतुष्ट करने के लिए काफी मात्रा में संसाधन उपलब्ध है, परंतु हम अपनी असीमित आवश्यकताओं के कारण संतुष्ट नहीं है। मानव जाति सीमित साधनों से संतुष्ट नहीं है। लोग हमेशा अपनी आय से अधिक वस्तुओं तथा सेताओं की माँग करते है। प्रत्येक व्यक्ति द्वारा माँगी जाने वाली वस्तुएँ तथा सेवाएँ भिन्न -भिन्न होती है। इसलिए हम प्रत्येक व्यक्ति के लिए अलग से उत्पादन नहीं कर सकते है। इसी कारण यह कहा जाता है कि धरती के पास एक भी व्यक्ति के लालच को पूरा करने के लिए र्प्याप्त संसाधन नहीं है वस्तुओं तथा सेवाओं का अधिक से अधिक उत्पादन विकास का सूचक है। जिस देश में वस्तुओं तथा सेवाओं का उत्पादन जितने तेजी से किया जाएगा उस देश का विकास उतनी ही तेजी से होगा।
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11. पर्यावरण में गिरावट के कुछ ऐसे उदाहरणों की सुची बनाइए जो आपने अपने आसपास देखे हों।
उत्तर- वायु ,जल एवं ध्वनि प्रदूषण पर्यावरण में गिरावट के कुछ ऐसे उदाहरण है जो हमने अपने आसपास देखे हैं।
12. तालिका 1.6 में दी गई प्रत्येक मद के लिए ज्ञात कीजिए कि कौन-सा देश सबसे उपर है और कौन सा सबसे नीचे।
उत्तर- तालिका 1.6 वर्ष 2017 के लिए भारत और उसके पड़ोसी देशों के कुछ आँकड़े।
उपरोक्त तालिका की प्रव्येक मद का अध्ययन करने के पश्चात् यह पता चलता है कि श्रीलंका सबसे ऊपर तथा बंगलादेश सबसे नीचें है।
13. नीचे दी गई तालिका में भारत में व्यस्कों(15-49 वर्ष आयु वाले) जिनका बी.एम.आई. सामान्य से कम है (बी.एम.आई.<18.5kg/m2) का अनुपात दिखया गया है। यह वर्ष 2015-16 में देश के विभिन्न राज्यों के एक सर्वेक्षण पर आधारित है। तालिका का अध्ययन करके निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर दीजिए।
उत्तर- (क) दी गई तालिका से यह प्रदर्शित होता है कि केरल में लोगों का पोषण स्तर मध्य प्रदेश की तुलना में कम है मध्य प्रदेश में पुरूपों का पोषण स्तर 28% तथा महिलाओं का पोषण स्तर 28% है जबकि केरल में यह अनुपात क्रमशः 8.5% तथा 10% है।
(ख) हमारी जनसंख्या का 40%भाग अल्प पोषित है क्योंकि हमारे देश मे उत्पादन वितरण प्रणाली उचित रूप से कार्य नहीं करती ।
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